ऑटोट्रांसफॉर्मर
एक स्वतः ट्रांसफॉर्मर एक विशेष प्रकार के विद्युत ट्रांसफॉर्मर का प्रतिनिधित्व करता है, जहाँ एकल फीडिंग दोनों प्राथमिक और द्वितीयक कोइल के रूप में काम करती है। यह नवाचारी डिजाइन इनपुट और आउटपुट सर्किट के बीच सीधे विद्युत संबंध की अनुमति देता है, जिससे परंपरागत ट्रांसफॉर्मरों की तुलना में छोटे और कुशल उपकरण प्राप्त होता है। स्वतः ट्रांसफॉर्मर इनपुट और आउटपुट वोल्टेज के लिए एक ही फीडिंग का एक हिस्सा उपयोग करके काम करता है, जिससे यह विशेष रूप से ऐसे अनुप्रयोगों के लिए प्रभावी होता है जहाँ वोल्टेज को एक सीमित श्रेणी में समायोजित करने की आवश्यकता होती है। यह उपकरण विभिन्न औद्योगिक और व्यापारिक अनुप्रयोगों में उत्कृष्ट है, जिसमें विद्युत वितरण प्रणाली, वोल्टेज नियंत्रण, और मोटर स्टार्टिंग सर्किट शामिल हैं। इसकी विशेष निर्माण योजना इसे बड़ी शक्ति क्षमताओं को संभालने की अनुमति देती है जबकि छोटा फुटप्रिंट बनाए रखती है, जिससे यह वोल्टेज कनवर्शन की आवश्यकताओं के लिए आर्थिक विकल्प होता है। स्वतः ट्रांसफॉर्मर अपने सरलीकृत डिजाइन और कम कॉपर खपत के कारण 95 प्रतिशत से अधिक रेटिंग प्राप्त करता है। यह उपकरण बक या बूस्ट संचालन की आवश्यकता होने पर मूल्यवान साबित होता है, जहाँ वोल्टेज को बहुत कम मात्रा में घटाया या बढ़ाया जाना होता है। आधुनिक स्वतः ट्रांसफॉर्मर में अक्सर अग्रणी विशेषताएँ जैसे टैप चेंजर, तापमान निगरानी प्रणाली, और सुरक्षित ढक्कन शामिल होती हैं ताकि विश्वसनीय संचालन और बढ़ी हुई सेवा जीवन का सुरक्षण किया जा सके।